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Iran Israel War 2025: ईरान और इज़राइल युद्ध की जानकारी

Table of Contents

भूमिका: ईरान और इज़राइल युद्ध की जानकारी:-

  • (Iran Israel War 2025) 2025 की शुरुआत में पश्चिम एशिया (Middle East) में एक बार फिर से तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। ईरान और इज़राइल के बीच बढ़ते टकराव ने न केवलइस क्षेत्र बल्कि पूरी दुनिया को चिंता में डाल दिया है। ईरान की सैन्य गतिविधियाँ, परमाणु कार्यक्रम और इज़राइल की जवाबी कार्रवाई ने दोनों देशों के बीच भयानक युद्ध जैसे हालात बना दिए हैं। अमेरिका, रूस, चीन और भारत जैसे प्रमुख देश भी इस संघर्ष की ओर नजर बनाए हुए हैं।

 

तो आज हम इस ब्लॉग में विस्तार से जानने वाले है ईरान और इसराइल वॉर के बारे में:-

Iran Israel War 2025
Iran Israel War 2025

 

1.ईरान-इज़राइल युद्ध का ऐतिहासिक संदर्भ:-

2.2025 में हालिया घटनाक्रम,

3.अमेरिका की भूमिका,

4.युद्ध का वैश्विक प्रभाव, और भारत पर इसका संभावित असर।

 

 

1. Iran Israel War 2025 से पहले ईरान-इज़राइल विवाद का इतिहास:-

1.1 शुरुआत कहाँ से हुई?:

  • Iran Israel War 2025 से पहले 1948 में इज़राइल की स्थापना के बाद अधिकांश इस्लामिक देशों ने उसे मान्यता नहीं दी थी। ईरान भी इन्हीं में शामिल था, लेकिन 1950 में उसने इज़राइल को मान्यता दी थी। हालाँकि, 1979 की इस्लामिक क्रांति के बाद ईरान ने इज़राइल से संबंध पूरी तरह समाप्त कर लिए। तब से अब तक दोनों देशों के बीच केवल संघर्ष और टकराव की स्थिति बनी रही है।

 

1.2 हिजबुल्लाह और हमास का कनेक्शन:

  • ईरान ने लेबनान स्थित हिजबुल्लाह और फिलिस्तीन स्थित हमास जैसे संगठनों को सैन्य सहायता दी है, जिन्हें इज़राइल आतंकवादी संगठन मानता है। यही कारण है कि इज़राइल और ईरान के बीच सीधा संघर्ष भले कम दिखा हो, लेकिन इनके प्रॉक्सी युद्ध लगातार चलते रहे हैं।

 

2. 2025 में क्या बदला?;-

Iran Israel War 2025: ईरान और इज़राइल युद्ध की जानकारी
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2.1 परमाणु कार्यक्रम की तेजी:

  • ईरान ने 2024 के अंत में घोषणा की थी कि उसका परमाणु कार्यक्रम अब 90% यूरेनियम संवर्धन तक पहुँच गया है। यह यूरेनियम का सीमा हथियार बनाने के लिए जरूरी मानी जाती है। इज़राइल ने इसे अपने अस्तित्व के लिए खतरा बताया और अमेरिका से कार्रवाई की माँग की

2.2Iran Israel War 2025 में  इज़राइल की जवाबी कार्रवाई:

  • जनवरी 2025 में इज़राइल ने सीरिया में ईरानी सैन्य ठिकानों पर हवाई हमला किया। इसके जवाब में ईरान समर्थित हिजबुल्लाह ने इज़राइल के उत्तरी क्षेत्रों पर मिसाइल हमले किए। इस घटनाक्रम ने पूरे मध्य पूर्व को एक युद्ध के मुहाने पर ला खड़ा किया है।

3. अमेरिका और पश्चिमी देशों की भूमिका:-

  • अमेरिका ईरान को उसके परमाणु कार्यक्रम को लेकर पहले से ही प्रतिबंधों में रखे हुए है। साथ ही, अमेरिका इज़राइल का प्रमुख सहयोगी भी है। ऐसे में अमेरिका की स्थिति काफी महत्वपूर्ण हो जाती है।

 

3.1 अमेरिकी नौसेना की तैनाती:

  • फरवरी 2025 में अमेरिका ने फारस की खाड़ी में अपना विमानवाहक पोत तैनात किया, जिससे यह संदेश गया कि अमेरिका किसी भी हमले का जवाब देने को तैयार है। यह कदम युद्ध को और नजदीक ले आया।

 

3.2 यूरोपीय यूनियन की चिंता:

  • यूरोपीय देश इस तनाव से चिंतित हैं क्योंकि इसका असर ऊर्जा आपूर्ति और प्रवासियों के संकट के रूप में दिख सकता है।

 

4. वैश्विक प्रभाव: आर्थिक और राजनीतिक:-

4.1 तेल के दामों में उछाल:

  • ईरान और इज़राइल के बीच युद्ध के कारन से तेल के दामों में भारी वृद्धि हुई है। ब्रेंट क्रूड की कीमतें 110 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुँच चुकी हैं।  ईरान और इज़राइल के बीच युद्ध के कारन विश्व अर्थव्यवस्था पर सीधा प्रभाव पड़ा है।

 

4.2 वैश्विक शेयर बाजारों में गिरावट:

  • युद्ध की आशंका के चलते अमेरिकी, यूरोपीय और एशियाई के शेयर मार्किट में गिरावट देखी गई है। निवेशक जोखिम से बचने के लिए सोने और सुरक्षित संपत्तियों में निवेश कर रहे हैं।

 

4.3 वैश्विक कूटनीति में बदलाव:

  • चीन और रूस जैसे देश इस मामले में अमेरिका के खिलाफ खड़े दिख रहे हैं जबकि भारत ने तटस्थ रुख अपनाया है। संयुक्त राष्ट्र में इस मामले को लेकर विशेष बैठकें हो चुकी हैं।

 

5. भारत पर प्रभाव:-

5.1 तेल आयात पर असर:

  • भारत अपनी 85% तेल ज़रूरतों को आयात करता है, जिसमें अधिकांश खाड़ी देशों से आता है। ईरान और इसराइल के बीच युद्ध के कारन भारत का ईरान से तनाव बढ़ने से तेल आपूर्ति बाधित हो सकती है। इससे भारत में पेट्रोल-डीज़ल के दाम और महंगाई बढ़ने की आशंका है।

 

5.2 खाड़ी देशों में रह रहे भारतीय:

  • करीब 80 लाख से ज्यादा भारतीय खाड़ी देशों में रहते हैं। अगर ईरान और इसराइल के बीच युद्ध शुरू होता है तो उनकी सुरक्षा और वापसी की चुनौती भारत सरकार के सामने होगी।

 

5.3 Iran Israel War 2025 में भारत की कूटनीति की परीक्षा:

  • भारत दोनों देशों से अलग-अलग स्तर पर संबंध रखता है। ऐसे में भारत को तटस्थ और संतुलित नीति अपनानी होगी ताकि किसी पक्ष से रिश्ते ना बिगड़ें और उसका नुकसान न हो और सम्बन्ध बना रहे ।

 

6. भविष्य की संभावना:-

6.1 क्या “Iran Israel War 2025” के बीच युद्ध होगा?:

  • Iran Israel War 2025 के बीच के युद्ध को लेकर विश्लेषकों की राय अलग-अलग है। कुछ का मानना है कि यह प्रॉक्सी युद्ध ही बना रहेगा, जबकि वही का कहना है की हैं कि इज़राइल कभी भी ईरान की परमाणु साइट्स पर हमला कर सकता है।

 

6.2 शांति की उम्मीद:

  • संयुक्त राष्ट्र, भारत, तुर्की और अन्य देश शांति वार्ता की पहल कर सकते हैं। लेकिन दोनों पक्षों की स्थिति और जिद देखते हुए यह कठिन लग रहा है वो शांति पूर्वक बातचित कर के साझा करेंगे ।

निष्कर्ष:-

  • Iran Israel War 2025 में ईरान और इज़राइल के बीच बढ़ता तनाव न केवल इस क्षेत्र बल्कि पूरी दुनिया के लिए गंभीर चुनौती बन चुका है। इसका प्रभाव ऊर्जा, व्यापार, सुरक्षा, कूटनीति और आम जनजीवन पर भी पड़ सकता है। भारत को इस मामले में संतुलित रुख अपनाकर अपने हितों की रक्षा करनी होगी।

 

  • यदि यह युद्ध में बदलता है, तो यह 21वीं सदी के सबसे बड़े संघर्षों में से एक होगा। सभी देशों को मिलकर इसे टालने की कोशिश करनी चाहिए।

 

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